Swing Trading in Hindi: सीखें स्टेप-बाय-स्टेप तरीका और स्ट्रैटेजी

Swing Trading in Hindi: सीखें स्टेप-बाय-स्टेप तरीका और स्ट्रैटेजी

 

पहले ब्लोग मै२ हमने देखा कि  Intra Day Trading   क्या होती है इस लेख मै हम देखेंगे Swing Trading

🔰 परिचय:

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के कई तरीके होते हैं – जैसे कि Intraday Trading, Scalping, Positional Trading और Swing Trading। इन सभी में से Swing Trading एक बहुत ही लोकप्रिय और संतुलित ट्रेडिंग तरीका है, जो न तो बहुत जल्दी होता है (जैसे इंट्राडे), और न ही बहुत लंबा (जैसे इन्वेस्टमेंट)। यह एक मध्यम अवधि की ट्रेडिंग है जहाँ ट्रेडर्स कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक शेयर होल्ड करते हैं।

आइए जानते हैं Swing Trading के बारे में विस्तार से।

📌 Swing Trading क्या है?

Swing Trading एक ऐसा ट्रेडिंग स्टाइल है जिसमें ट्रेडर किसी स्टॉक को उस समय खरीदता है जब उसे लगता है कि स्टॉक की कीमत कुछ दिनों में बढ़ेगी (या घटेगी, शॉर्ट सेलिंग के केस में)। और जब उस शेयर की कीमत लक्ष्य तक पहुँचती है तो वह उसे बेच देता है।

इसमें आमतौर पर 2-10 दिन तक की अवधि होती है, लेकिन कई बार यह कुछ हफ्तों तक भी हो सकता है।

उदाहरण:
मान लीजिए आपने रिलायंस का शेयर 2500 रुपये में खरीदा क्योंकि टेक्निकल चार्ट ने बुलिश सिग्नल दिखाया। अगर 4-5 दिनों में वह शेयर 2600 तक जाता है, तो आप उसे बेचकर 100 रुपये प्रति शेयर का मुनाफा कमा सकते हैं।

✅ Swing Trading के मुख्य तत्व:

1. ⏳ समय की अवधि:

स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेड कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकता है। यह न तो इंट्राडे जैसा है जो एक ही दिन में खत्म होता है और न ही इन्वेस्टमेंट जैसा जो महीनों और सालों तक चलता है।

2. 📊 टेक्निकल एनालिसिस:

स्विंग ट्रेडर्स आमतौर पर टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते हैं, जैसे कि चार्ट पैटर्न, कैंडलस्टिक पैटर्न, इंडिकेटर (RSI, MACD, Moving Average इत्यादि)।

3. 💼 फंडामेंटल एनालिसिस:

कई बार लॉन्ग टर्म ट्रेंड को समझने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस भी किया जाता है। जैसे कंपनी की न्यूज, रिजल्ट्स, सेक्टर ट्रेंड आदि।

🧠 Swing Trading के फायदे:

1. समय की आज़ादी:

इंट्राडे ट्रेडिंग के मुकाबले इसमें आपको दिनभर स्क्रीन पर नहीं बैठना होता। आप अपनी जॉब या बिज़नेस के साथ भी यह कर सकते हैं।

2. बड़ा मुनाफा संभव:

क्योंकि इसमें ट्रेड कई दिनों तक चलता है, इसलिए एक अच्छे मूव में 5% से लेकर 20% तक का मुनाफा भी संभव होता है।

3. कम कमीशन और चार्जेस:

कम ट्रेडिंग के कारण ब्रोकरेज और टैक्स भी कम लगता है।

4. स्ट्रेस फ्री ट्रेडिंग:

इंट्राडे ट्रेडिंग में जहां हर मिनट पर नजर रखनी होती है, वहीं स्विंग ट्रेडिंग अपेक्षाकृत शांत और तनाव मुक्त होती है।

❌ Swing Trading के नुकसान:

1. ओवरनाईट रिस्क:

चूंकि ट्रेड को कई दिनों तक होल्ड किया जाता है, इसीलिए रात में कोई बुरी खबर (जैसे मार्केट क्रैश, वॉर, कंपनियों के खराब रिजल्ट्स) आने पर नुकसान हो सकता है।

2. गलत ट्रेंड पकड़ना:

यदि आप गलत एंट्री ले लेते हैं और स्टॉप लॉस नहीं लगाते, तो नुकसान बहुत बढ़ सकता है।

3. धैर्य की आवश्यकता:

यहाँ आपको धैर्य रखना पड़ता है, जल्दबाजी नुकसानदायक हो सकती है।

📌 Swing Trading कैसे करें? (स्टेप बाय स्टेप)

🔹 स्टेप 1: सही स्टॉक का चयन करें

ऐसे स्टॉक चुनें जिनमें वोलैटिलिटी हो और ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा हो। Midcap और Largecap स्टॉक्स Swing Trading के लिए बेहतर होते हैं।

🔹 स्टेप 2: चार्ट्स का एनालिसिस करें

  • कैंडलस्टिक चार्ट्स को पढ़ना सीखें।

  • RSI, MACD, Bollinger Bands जैसे इंडिकेटर्स का इस्तेमाल करें।

  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को समझें।

🔹 स्टेप 3: एंट्री और एग्जिट प्लान बनाएं

  • एंट्री पॉइंट, टारगेट और स्टॉप लॉस पहले से तय करें।

  • भावनाओं में बहकर निर्णय न लें।

🔹 स्टेप 4: स्टॉप लॉस का पालन करें

स्टॉप लॉस लगाना जरूरी है ताकि किसी भी बड़े नुकसान से बचा जा सके।

🔹 स्टेप 5: नियमित विश्लेषण करें

हर दिन मार्केट चेक करें और जरूरत पड़े तो स्ट्रैटेजी में बदलाव करें।

🔍 Swing Trading के लिए जरूरी टूल्स:

  1. TradingView – चार्ट्स और एनालिसिस के लिए।

  2. MoneyControl – फंडामेंटल जानकारी के लिए।

  3. Zerodha/Kite – ट्रेड करने के लिए।

  4. StockEdge – स्क्रीनिंग और न्यूज़ के लिए।

  5. Google Sheets – मुनाफा-नुकसान ट्रैक करने के लिए।

📘 Best Strategies for Swing Trading:

  1. Breakout Strategy: जब कोई स्टॉक अपने Resistance को तोड़ता है तो वहां से तेजी आने की संभावना होती है।

  2. Pullback Strategy: जब कोई स्टॉक ऊपर जाकर थोड़ा सा नीचे आता है (Pullback) और फिर दोबारा ऊपर जाता है।

  3. Moving Average Crossover: जब Short Term Moving Average (जैसे 20 EMA) Long Term Moving Average (जैसे 50 EMA) को ऊपर की ओर काटता है, तो Buy Signal मिलता है।

📌 किन लोगों के लिए Swing Trading सही है?

  • जो Full-time जॉब करते हैं और Day Trading नहीं कर सकते।

  • जिनके पास बाजार को हर समय देखने का समय नहीं है।

  • जो मध्यम अवधि के लिए मुनाफा कमाना चाहते हैं।

✅ निष्कर्ष (Conclusion):

Swing Trading एक बेहतरीन ट्रेडिंग तरीका है जो आपको सीमित समय में अच्छा रिटर्न दे सकता है – यदि आप सही तकनीक, डिसिप्लिन और धैर्य के साथ ट्रेड करें। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो Share Market से पैसा कमाना चाहते हैं लेकिन हर समय स्क्रिन पर नहीं बैठ सकते।

हर ट्रेड में जोखिम होता है, लेकिन सही Strategy और Stop Loss के साथ आप इस जोखिम को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।

अगर तुम्हाला हाच ब्लॉग मराठीत हवा असेल किंवा PDF स्वरूपात हवा असेल तर मला कळवा, मी लगेच तयार करून देईन.

 

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